अस्मिता
यह कार्यक्रम उन लेखकों के लिए है, जो सामूहिक पहचान की खोज में हैं। प्रथम कार्यक्रम में तीन कवयित्रियों ने भाग लिया। यूनिस डी‘सूजश, गगन गिल और प्रवासिनी महाकुड ने 13 दिसंबर 1996 को नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में अपनी रचनाओं का पाठ किया। 22 जुलाई 1997 को कृष्णा बसु, जया मित्र, मल्लिका सेनगुप्ता और संयुक्ता बंद्योपाध्याय ने कोलकाता में अपनी कविताएँ पढ़ीं।
- 1 अगस्त 1997 को तीन लेखिकाओं—इंदिरा गोस्वामी, शमा फ़तेहअली और अनामिका ने अपनी कृतियों के अंश पढ़े और नई दिल्ली में पाठकों से विचार-विमर्श किया।
- 1 अप्रैल 1999 को नई दिल्ली में रति सक्सेना ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 28 मई 1999 को कोलकाता में बानी बसु, सुचित्रा भट्टाचार्य और कल्पना घोष ने अपनी रचनाएँ पढ़ीं।
- 10 नवंबर 1999 को ओड़िया लेखिका यशोधारा मिश्र ने अपनी रचनाएँ पढ़ीं और उपस्थित श्रोताओं से विचार-विमर्श किया।
- 30 जनवरी 2000 को राउरकेला, ओड़िसा में प्रतिभा सतपथी, वीणापाणि मोहांती, पुष्पांजलि नायक और अपर्णा मोहांती ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 27 फ़रवरी 2000 को काकचिङ, मणिपुर में मेमेचौबी देवी, इबेमहल देवी, बरकन्या देवी और देवयाली देवी ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 26 जून 2000 को कल्याणी भट्टाचार्य, जया गोआला, पांचाली देवबर्ग, सोमा गंगोपाध्याय और लक्ष्मी भट्टाचार्य ने अपनी बाङ्ला कहानियाँ अगरतल्ला, त्रिपुरा में प्रस्तुत कीं।
- 23 सितंबर 2000 को कोलकाता में कल्याण नंदी, पुष्पा मिश्रा, जिनिया राय, ललिता राम, सुश्री चक्रवर्ती, तन्नतम पाणि, तिमि मित्र, सुरंजन गंगोपाध्याय, बासवदत्ता, केका डे और दूर्बा बसु ने ‘बाङ्ला महिला लेखन’ पर अपनी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ प्रस्तुत कीं।
- 5 दिसंबर 2000 को बी. टी. ललिता नाइक, सुकन्या मारुति, टी. सी. पूर्णिमा और संस्कृतिरानी देसाई ने बंगलूरु में अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 10 जनवरी 2001 को चेन्नई में चंद्रमती, दमयंती, ए. एस. प्रिया और तिलकवती ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 15 जनवरी 2001 को चेन्नई में पी. वत्सला और ए. वेन्नीला ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 19 जनवरी 2001 को चेन्नई में चंद्रमती, दमयंती, ए. एस. प्रिया और तिलकवती ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 21 जनवरी 2001 केनाकोना, गोवा में दलित लेखक दादू मांड्रेकर, नारीवादी लेखक हेमा नाइक और ग्रामीण संस्कृति के समर्थक और युवा लेखक प्रकाश पारेकर ने अपनी साहित्यिक रचनाएँ प्रस्तुत कीं तथा अपनी-अपनी विचारधाराओं से उपस्थितगणों को अवगत कराया।
- 17 अप्रैल 2001 को हैदराबाद में वोल्गा, कोण्डेपुड़ी निर्मला, शारदा अशोकवर्द्धन, शीला सुभद्रा देवी, चाल्लापाल्ली स्वरूपरानी, माहेजबीन और शाहजहाँ ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 24 अप्रैल 2001 को नई दिल्ली में मंडारपु हिमावती, कनिमोषिश् और एच.एम. कनक ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 19 सितंबर 2001 को पोर्ट ब्लेयर, अंडमान में मित्र मुखोपाध्याय, शिप्रा दत्त, रेखा गंगोपाध्याय, शिल्पी समद्दार और विभा हालदर ने अपनी बाङ्ला कविताओं का पाठ किया।
- 20 जनवरी 2002 को पुरुलिया, पश्चिम बंगाल में मधुमिता हांसदा, ततंगिन पाओरा बासकी, खूकु हंसदा और पार्वती मुर्मू ने अपनी संताली कविताओं और कहानियों का पाठ किया।
- 10 फ़रवरी 2002 को प्रख्यात सिन्धी कवयित्री रश्मि रमानी को अजमेर में कविता-पाठ के लिए आमंत्रित किया गया।
- 29 अप्रैल 2002 को तीन लेखकों—हिन्दी कथा-लेखिका चंद्रकांता, तेलुगु कवयित्री भाग्यलक्ष्मी और ओड़िया कवयित्री सुजाता चौधुरी ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 29 जून 2002 को मुंबई में अरुंधती सुब्रह्मण्यम्, अनामिका, नीरजा और मालती पारीख ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 14 जुलाई 2002 को करीमगंज, असम में स्मृति पॉल नाथ, हसनात्रा शैली, वर्णाश्री बक्शी, सम्राज्ञी सोमें और शिवानी गुप्ता ने अपनी बाङ्ला कविताएँ और कहानियाँ प्रस्तुत कीं।
- 26 अगस्त 2002 को जम्मू में नीलम विक्रम जैन, शकंतुला बीरपुरी और संतोष सांग्रा ने अपनी कहानियाँ प्रस्तुत कीं।
- 9 नवंबर 2002 को अनुभूति चतुर्वेदी और मनोरमा बिस्वाल महापात्र ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 6-7 फ़रवरी 2003 को पोस्ट ग्रेजुएशन सेंटर ऑफ़ गुलबर्गा यूनिवर्सिटी में नंदीहाली, भागीरथी हेगड़े, सिरसी और श्रीमती पद्मा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 6-7 फ़रवरी 2003 को बेंगळूरु में पद्मा गुरुराज, हनुमाक्षी गोगी, वासुमती उडुपा, गीता नागभूषण, सरोजिनी चावालकर, गंगा पाडेकल, बी.टी. ललिता नायक, कुलशेखरी और तुलसी वेणुगोपाल ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 26 मई 2003 को मुंबई में मनोदन्या देसाई (गुजराती), सुनंदा भोसेकर (मराठी), गगन गिल (हिन्दी) और रश्मि रमानी (सिन्धी) ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 9 जुलाई 2003 को नई दिल्ली में हिन्दी कथा लेखिकाओं मैत्रोयी पुष्पा और कुसुम अंसल ने अपनी कथा-रचनाओं का पाठ किया।
- 18 जुलाई 2003 को काकचिङ् में छह मणिपुरी लेखिकाओं—सुनीता निंगोबम, एन. देवजानी देवी, एस. विलासिनी देवी, एच.सत्यवती देवी, एच. वेणुबाला देवी और थ. बिमावती देवी ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 6 अगस्त 2003 को चेन्नई में शिवकामी, शिवशंकरी, इलंपिराई और वाइकई सेल्वी ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 24 नवंबर 2003 को जम्मू में शशि पठानिया, कृष्णा शर्मा और सुदेश राज ने अपनी डोगरी कहानियों का पाठ किया।
- 16 दिसंबर 2003 को नई दिल्ली में अंग्रेज़ी कवयित्रियों—दीपा अग्रवाल और राजिश्यो राज ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 4 फ़रवरी 2004 को कोलकाता में अनुपमा बसुमतारी (असमिया), बरकन्या देवी (मणिपुरी), गीता उपाध्याय (नेपाली) और मल्लिका सेनगुप्ता (बाङ्ला) ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
- 14 मार्च 2004 को बीकानेर में हिन्दी कथा लेखिकाओं—नासिरा शर्मा और लवलीन ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 13 जुलाई 2004 को कोलकाता में आठ बाङ्ला कवयित्रियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
- 4 अगस्त 2004 को गोवा में नयना आडारकर और सुधा अमोणकर ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 9 अगस्त 2004 को सोपोर में रफ़ीका बशीर, सीमा शाह, फि़रदौस रैणा, ज़ेबा ज़ीनत, रुभसारा जी, सोफ़ी आरिफ़ा अरवाल, तनज़ीमा शाफ़ी और मसूदा क़ुरैशी ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
- 27 सितंबर 2004 को पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार के लेखकों के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- 26 सितंबर 2004 को कोलकाता में साधना झा, हेमलता चौधरी और श्वेता झा ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 16 नवंबर 2004 को कर्सियांग में नेपाली महिला लेखिका कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- 23 दिसंबर 2004 को नई दिल्ली में कमल कुमार, सविता सिंह तथा मनोरमा महापात्र बिस्वाल ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
- 22 फ़रवरी 2005 को जम्मू में डोगरी महिला कवयित्रियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
- 5 मई 2005 को नई दिल्ली में पंजाबी महिला लेखिकाओं—नृपालजीत कौर जोसान, बलविन्दर कौर बैरिन, अमरजीत कौर, कमल और जसविन्दर कौर बिन्द्रा ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 3 जुलाई 2005 को बीकानेर में राजस्थानी युवा लेखक संघ के शारदा कृष्ण, सुमन व्यास, संतोष माया मोहन और पुष्पलता कश्यप ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 14 अगस्त 2005 को भुज में रीना मेहता और बिन्दु भट्ट ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 20 सितंबर 2005 को कोलकाता में कविता-कहानी पाठ के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- 8 नवंबर 2005 को डिब्रूगढ़ में पूर्वी क्षेत्रीय महिला लेखक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- 28 जनवरी 2006 को मुंबई में सादिक़ नवाब, सूर्यबाला, कुसुम अंसल और दीप्ति मिश्रा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 20 फ़रवरी 2006 को शांतिनिकेतन में ओड़िसा की छह महिला लेखिकाओं ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 30 मार्च 2006 को नई दिल्ली में मैथिली लेखिकाओं आशा मिश्र, मुन्नी झा, शांति सुमन, नीता झा और अरुणा झा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 19 जून 2006 को कोलकाता में बाङ्ला कवयित्रियों—अनिता अग्निहोत्री, अनुराधा महापात्र, जया मित्र, चैताली चट्टोपाध्याय और संयुक्ता बंद्योपाध्याय ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 2 अगस्त 2006 को इंफ़ाल में कुकी, काबुइ और ताहडु भाषाओं में चेइराव कोम, डी.एल. काबुइ, थांगखम सिंगसिट और लानबोन काबुइ ने कहानी-पाठ प्रस्तुत किया।
- 6 अगस्त 2006 को भुवनेश्वर में संताली लेखकों कर्पूरी मुर्मू, निर्मला पुतुल और पानो टुडू ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 8 अगस्त 2006 को तिरुपति में तेलुगु कवियों—कुट्टी पद्मराव, के. संजीव राव ‘शिखामणि’, चल्लापल्ली स्वरूप रानी और येन्दलूरी सुधाकर ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 30 अगस्त 2006 को नई दिल्ली में उर्दू महिला लेखिकाओं—तरन्नुम रियाज़, अजरा परवीन, सुरैया हाशमी एवं ग़जाला जैग़म ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 26 सितंबर 2006 को जम्मू में डोगरी महिला लेखिकाओं—अर्चना केसर, रूमिला रानी, कांता जाम्वाल और उषा किरण ‘किरण’ ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 26 नवंबर 2006 को शिमोगा में सुनंदा प्रकाश कडमे, एच. नागवेणी, सुमिदा हालवे और सविता नागभुवन ने कन्नड कविता-पाठ प्रस्तुत किया।
- 8 फ़रवरी 2007 को असम में बोडो लेखकों—रमेला इशारी, मीना केरकाट्री और अंजलि प्रभा दइमारी ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।
- 11 फ़रवरी 2007 को पॉण्डिचेरी में ए. वेन्निला, तिलकभामा और इरा. मीनाक्षी तमिलाची ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 13 मार्च 2007 को गांतोक में नेपाली कवयित्रियों—सुधा राई, मीना सुब्बा और अमृता राणा ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 4 मई 2007 को मुंबई में शकुंतला भारवानी, मेनका शिवदासानी और कल्पना स्वामीनाथन ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 26 जून 2007 को पूना में मराठी महिला लेखिकाओं—कविता महाजन और मेघना पेठे ने कहानी-पाठ प्रस्तुत किया।
- 19 सितंबर 2007 को नई दिल्ली में साधना शंकर, कमल कुमार और विजया राजाध्यक्ष ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 21 सितंबर 2007 को मुंबई में इला अरब मेहता और धाखना व्यास ने अपनी मराठी रचनाओं का पाठ किया।
- 24 सितंबर 2007 को इंफ़ाल में आठ मणिपुरी कवियत्रियों ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 14 नवंबर 2007 को तिनसुकिया, असम में असमिया महिला लेखिकाओं—अनुराधा शर्मा पुजारी, अरूपा पतंगिया कालिता, सेलीना बेगश्म, अनुपमा बसुमतारी और मौसमी कंदली ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 5 जनवरी 2008 को मुंबई में दो हिन्दी लेखकों कमलेश बक्शी और सुधा अरोड़ा ने कहानी-पाठ प्रस्तुत किया।
- 3 फ़रवरी 2008 को हुगली में तीन संताली महिला लेखिकाओं—पार्वती मुर्मू, जसोदा मुर्मू और एल. मुर्मू ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 25 अप्रैल 2008 को मुंबई में इला अरब मेहता एवं जयमाला दानित (कोंकणी), उर्मिला पवार (मराठी) और इंदिरा पूनावाला (सिन्धी) ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 8 जुलाई 2008 को नई दिल्ली में कुसुम अंसल, ममता कालिया तथा नमिता सिंह ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 1 अगस्त 2008 को चेन्नई में उमा राव (कन्नड), के.आर. मीरा (मलयाळम्) तमिऴ सेल्वी (तमिऴ) तथा प्रतिमा (तेलुगु) ने कहानी-पाठ प्रस्तुत किया।
- 12 सितंबर 2008 को मुंबई में मधुवंती सप्रे (मराठी) तथा कमला गोकलाणी (सिन्धी) ने अपनी कविताएँ तथा तारिनिबेन देसाई (गुजराती) तथा माया खरंगटे (कोंकणी) ने अपनी कहानियाँ प्रस्तुत कीं।
- 20 सितंबर 2008 को कोकराझार, असम में बोडो महिला लेखक सम्मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- 22 अक्तूबर 2008 को इंफ़ाल, मणिपुर में महिला कवि सम्मिलन का आयोजन किया गया।
- 22 अक्तूबर 2008 को इंफ़ाल, मणिपुर में महिला लेखक सम्मिलन का आयोजन किया गया।
- 11 फ़रवरी 2009 को अहमदाबाद, गुजरात में बिन्दु भट्ट (गुजराती), कोमल रायचंदाणी (सिन्धी), उषा उपाध्याय एवं पूर्वी ओझा (गुजराती) तथा पुष्पा भामभाणी (सिन्धी) ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 1 मार्च 2009 को रायगढ़, ओड़िशा में चिरियाश्री इंद्रसिंह, गायत्री शराफ़, पारमिता सतपथी, पुष्पांजलि नायक, सुप्रिया पाल तथा सुप्रिया पांडा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 11 मई 2009 को मुंबई में पद्मा सचदेव (हिन्दी एवं डोगरी), धीरूबेन पटेल (गुजराती) तथा सानिया व हीरा बनसोड़े (मराठी) ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 7 जून 2009 को नई दिल्ली में खुदिराम हांसदा, यशोदा मुर्मू, दूली हेमब्रम, जोबा मुर्मु, चिन्मय हांसदा, मीना मुर्मू तथा मधुमिता हांसदा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 20 जून 2009 को नई दिल्ली में सुशीला जैन, योगमाया झा, साहिल झा, स्वयं प्रभा झा, कामिनी, शेफ़ालिका वर्मा तथा उषा किरण ख़ान ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 29 अगस्त 2009 को चेन्नई में भारती, बामा तथा राजलक्ष्मी ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 18 अगस्त 2009 को श्रीनगर में कश्मीरी महिला लेखिकाओं—महफूजश जान, नसीम शिफ़ई, बिमला रैना तथा सबा शाहीन ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 8 सितंबर 2009 को कोकराझार, असम में प्रख्यात बोडो महिला लेखिकाओं ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 12 सितंबर 2009 को गोवा में नूतन साखरदंडे, अर्पणा गारुडी, वृंदा मेनेजिश्स, सुशीला हलरंकर तथा सेल्सा लोपेजश् ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 4 फ़रवरी 2010 को भुवनेश्वर में प्रख्यात ओड़िया लेखकों—बासुदेव सुनानी, पीतांबर तारइ, सुप्रिया मलिक, संजय कुमार बाग, देबेन्द्र लाल तथा विभूति पट्टनायक ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 10 फ़रवरी 2010 को इंफ़ाल में मणिपुरी महिला लेखिकाओं—एस. भानुमति देवी, वाई. इंद्रा देवी, ख. आनंदिनी देवी, एच. बेनुबाला देवी, एच. नलनी देवी, के. शांतिबाला देवी, एल. इबेमहल देवी, एस. शांतिबाला देवी, सत्यवति निङगोमबम तथा ए. रेमीता देवी ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 12 फ़रवरी 2010 को भुवनेश्वर में ओड़िया महिला लेखिकाओं ने रचना-पाठ किया।
- 29 सितंबर 2010 को नई दिल्ली में सुधा (हिन्दी), सोमा बंद्योपाध्याय (बाङ्ला) तथा मौसमी कंदली (असमिया) ने अपनी कहानियाँ प्रस्तुत कीं।
- 30 अप्रैल 2010 को मुंबई में मराठी कवयित्रियों—मीरा तारलेकर, श्रद्धा बेलसारे तथा सुनंदा भोसेकर ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 28 मई 2010 को बेंगळूरु में कन्नड महिला लेखक/कवियों—वैदेही, मित्र वेंकटराज, सुकुन्या मारुति, दमयंती नारेगल्ला तथा के. शरीफ़ा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 12 जून 2010 को मुंबई में गुजराती महिला लेखिकाओं—उषा सेठ, दीना पाण्डेया, संस्कृतिरानी देसाई तथा नलनी मडगाँवकर ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 29 जुलाई 2010 को मुंबई में पारुल देसाई, जयश्री चौधुरी, सुष्मिता जोशी तथा पूर्वी ओझा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 4 सितंबर 2010 को सूरत, गुजरात में प्रख्यात गुजराती कवियों/लेखकों—मीनाल दवे, वंदना भट्ट, रीना मेहता, उर्वशी पंड्या तथा मीनाक्षी चंद्रन ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 14 सितंबर 2010 को इंफ़ाल में मणिपुरी महिला लेखकों—नी देवी, माया नेप्रम, के. शांतिबाल देवी, सतवति निंगोमबम, बीमावती थियम ओङबी, च. नंदा देवी, एनजी. इनाक्षी देवी तथा सुरमा निङगोमबम ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 28 अक्तूबर 2010 को त्रिचूर में ललिता लेनिन, आर्य गोपी, रेबा पाल, के. एम. सुमा, श्रीलता, लीना, हेमामालिनी तथा पी.सरस्वती ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
- 11 मार्च 2011 को मुंबई में मराठी महिला कवयित्रियों—उषा मेहता, प्रतिभा सराफ़ तथा सूर्यबाला ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 27 जून 2011 को जम्मू में सुनीता रैना पंडित, फ़रीदा शौक़ तथा संतोष शाह नादान ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
- 21 जुलाई 2011 को धारवाड़, मुंबई में मल्लिका घंटी, माधवी भंडारी, श्वेता नारगुंद, प्रेमा तहसीलदार तथा पी.के. काव्य ने अपने सृजनात्मक आलेख प्रस्तुत किए।
- 7 अगस्त 2011 को राजामुंदरी, आंध्रप्रदेश में अब्बूरि छाया देवी, वी. प्रतिमा, के.बी. लक्ष्मी, पुतला हेमलता तथा के. वरालक्ष्मी ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- 4 सितंबर 2011 को दुर्गापुर में संताली महिला लेखकों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- 19 अक्तूबर 2011 को असम में धीरज्योति बसुमतारी, कनिका दैमारी, आर. ब्रह्म, नील हाइनरी, आर. बसुमतारी, रीना दैमारी तथा स्वप्न बगलारी ने बोडो कविताओं का पाठ प्रस्तुत किया।
- 21 अक्तूबर 2011 को अहमदाबाद, गुजरात में अर्पणा मोहांती, बीनापाणि पांडा, बी. त्रिपाठी, माधुरी पांडा, मोनालिसा मिश्र, एस. महापात्र तथा विभूति पट्टनायक ने ओड़िया कविताओं और कहानियों का पाठ प्रस्तुत किया।
- 13 नवंबर 2011 को अहमदाबाद, गुजरात में हिना अगनानी, रोशनी रोहरा, मोनिका पंजवाणी, सुनीता मोहनी, कोमल शाहदादपुरी, दया लालचंदाणी तथा प्रेम प्रकाश ने सिन्धी कविता-पाठ किया।
- 14 दिसंबर 2011 को अहमदाबाद, गुजरात में दर्शनी दादावाला, लक्ष्मी दोबारिया, बिन्दु भट्ट, छाया त्रिवेदी तथा स्वरूप ध्रुव ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- 24 फ़रवरी 2012 को मुंबई में इला अरब मेहता (गुजराती), शीला कोलम्बकार (कोंकणी), पूजाश्री (हिन्दी), अनुपमा उदगरे (मराठी) तथा माया राही (सिन्धी) ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
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