कवि-अनुवादक
कवि-अनुवादक एक नया साहित्यिक कार्यक्रम है, जो कि श्रोताओं को मूल तथा अनूदित काव्य-रचनाओं को सुनने का सुअवसर प्रदान करता है।
- 10 दिसंबर 2001 को कोलकाता में सुमतीन्द्र नाडिग ने अपनी कन्नड कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका बाङ्ला अनुवाद सुबोध सरकार ने प्रस्तुत किया।
- 20 अक्तूबर 2001 को मुंबई में के. सच्चिदानंदन और रति सक्सेना को उनकी मलयाळम् में लिखित तथा हिन्दी में अनूदित रचनाओं को पढ़ने के लिए आमंत्रित किया गया।
- 21 जनवरी 2002 को चेन्नई में के. सच्चिदानंदन ने अपनी हाल ही में लिखी मलयाळम् कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा तमिऴ कवि सिर्पी बालसुब्रह्मण्यम ने इन कविताओं के तमिऴ अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 19 जुलाई 2001 को चेन्नई में अय्यप्प पणिक्कर ने मलयाळम् में अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा नील पद्मनाभन ने इन कविताओं का तमिऴ अनुवाद प्रस्तुत किया।
- 9 मार्च 2002 को भोपाल में कृशिन राही ने अपनी सिन्धी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा माया राही ने इन कविताओं के हिन्दी अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 27 अक्तूबर 2002 को जयपुर में अर्जन हाशिद ने अपनी सिन्धी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा कमला गोकलानी ने इन कविताओं के हिन्दी अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 24 नवंबर 2002 को लासलगाँव में विट्ठल सिंह ठाकरे ने मंगलेश डबराल की कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा गणेश विस्पुटे ने इन कविताओं के मराठी अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 6 जनवरी 2003 को चेन्नई में बालचंद्रन चुल्लिकाड ने अपनी मलयाळम् कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा के. वी. शैलजा ने उन कविताओं के तमिऴ अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 6 जनवरी 2007 को कोकराझार में प्रख्यात बोडो कवि ब्रजेन्द्र कुमार ब्रह्म ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा एस.जे. वारी ने प्रस्तुत कविताओं का अनुवाद प्रस्तुत किया।
- 10 अक्तूबर 2008 को नागपुर में श्री चंद्रप्रकाश देवल ने अपनी राजस्थानी तथा हिन्दी कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका मराठी अनुवाद आसावरी काकडे ने प्रस्तुत किया।
- 12 फ़रवरी 2009 को राँची में ठाकुर प्रसाद मुर्मु ने अपनी संताली कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका श्याम बेश्रा ने हिन्दी अनुवाद प्रस्तुत किया।
- 4 सितंबर 2009 को मुंबई में राजेश जोशी ने अपनी हिन्दी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा बलवंत जेउरकर ने उनकी कविताओं के मराठी अनुवाद प्रस्तुत किए।
- 25 जनवरी 2010 को गोड्डा (झारखंड) में तेज नारायण मुर्मु ने अपनी संताली कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका हिन्दी अनुवाद ईश्वर मराण्डी ने प्रस्तुत किया।
- 5 जून 2010 को पुणे में सिन्धी अदबी सभा के सहयोग से अरुणा जेठवाणी ने अपनी अंग्रेज़ी कविताएँ प्रस्तुत कीं तथा रानी मोटवाणी ने उनकी कविताओं का सिन्धी अनुवाद प्रस्तुत किया।
- 24 अगस्त 2010 को मुंबई में चंद्रप्रकाश देवल ने अपनी राजस्थानी कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका मराठी अनुवाद मीरा तारलेकर ने प्रस्तुत किया।
- 28 अक्तूबर 2010 को नई दिल्ली में प्रवासनी महाकुड ने अपनी ओड़िया कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिनका सुजाता शिवेन ने हिन्दी अनुवाद प्रस्तुत किया।
- 4 सितंबर 2011 को दुर्गापुर में रामसुंदर बासके ने दमयंती बेश्रा कृत संताली कविताओं का बाङ्ला अनुवाद प्रस्तुत किया।
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अद्यतन : 21.12.2024
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