संवाद
साहित्य अकादेमी की महत्तर सदस्यता से विभूषित लेखकों के सम्मान में अकादेमी ने संवाद कार्यक्रम प्रारंभ किया है, जिससे पाठकों और साहित्य प्रेमियों को अवसर प्राप्त हो सके कि वे इन महान लेखकों को अपनी कृतियाँ या उनके अंश पढ़ता हुआ सुन सकें। इस कार्यक्रम में समालोचकों और लेखकों का एक पैनल लेखक की कृतियों के विविध पक्षों पर चर्चा करता है, जिसके बारे में लेखक भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकता है। अब तक साहित्य अकादेमी के निम्नलिखित महत्तर सदस्य इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जा चुके हैं :

  1. बाबा नागार्जुन
    5 अगस्त 1994, नई दिल्ली
  2. वी. बी. कोलते
    17 सितंबर 1994, नागपुर
  3. हरभजन सिंह
    6 नवंबर 1994, नई दिल्ली
  4. पी. टी. नरसिम्हाचार्य
    2 दिसंबर 1995, मेलकोट
  5. कृष्णा सोबती
    23 दिसंबर 1996, नई दिल्ली
  6. सुभाष मुखोपाध्याय
    24 दिसंबर 1996, कोलकाता
  7. डी. जयकांतन
    30 दिसंबर 1996, चेन्नई
  8. सच्चिदानंद राउतराय
    9 जनवरी 1997, कटक
  9. विद्यानिवास मिश्र
    27 मार्च 1997, नई दिल्ली
  10. के. एस. नरसिम्हा स्वामी
    17 जुलाई 1999, बेंगळूरु
  11. गुण्टूरु शेषेन्द्र शर्मा
    19 जुलाई 1999, हैदराबाद
  12. सैयद अब्दुल मलिक
    1 मई 1999, गुवाहाटी
  13. रामविलास शर्मा
    5 मई 1999, नई दिल्ली
  14. राजेन्द्र केशव लाल शाह
    22 जुलाई 1999, अहमदाबाद
  15. एन. खेलचंद्र सिंह
    2 मई 1999, इंफ़ाल
  16. नीलमणि फूकन
    24 अप्रैल 2002, गुवाहटी
  17. भ. कृष्णमूर्ति
    20 जून 2005, हैदराबाद
  18. नीलमणि फूकन
    31 अक्टूबर 2005, डिब्रूगढ़
  19. विष्णु प्रभाकर
    16 मई 2006, नई दिल्ली
  20. मनोज दास
    25 जनवरी 2007, भुवनेश्वर
  21. कर्तार सिंह दुग्गल
    5 मई 2007, नई दिल्ली
  22. रवीन्द्र केळेकार
    6 अक्तूबर 2007, गोवा
  23. अनीता देसाई
    30 नवंबर 2007, नई दिल्ली
  24. रमाकांत रथ
    5 जून 2009, भुवनेश्वर
  25. गोपीचंद नारंग
    11 फ़रवरी 2010, नई दिल्ली
  26. भोलाभाई पटेल
    26 नवंबर 2010, अहमदाबाद
  27. कुँवर नारायण
    20 दिसंबर 2010, नई दिल्ली
  28. चंद्रनाथ मिश्र ‘अमर’
    12 अक्तूबर 2011, दरभंगा
  29. केदारनाथ सिंह
    16 नवंबर 2011, नई दिल्ली
  30. सत्यव्रत शास्‍त्री
    16 जुलाई 2013, नई दिल्ली
  31. रघुवीर चौधरी
    20 जुलाई 2013, अहमदाबाद
  32. अर्जन हासिद
    21 जुलाई 2013, अहमदाबाद